आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा

Poems

आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा

आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा

ख़ुश्क, प्यासी, तपती धरती के सीने मे,

अचानक पता नहीं कहाँ से कुछ बादलों ने

ढ़ेर सारा बारिश का पानी उढ़ेल दिया

टिप टिप पड़ती बूंदों ने जैसे धरती को फिर से जवाँ कर दिया

उसकी झुरिआं कुछ ही पलों में खो सी गईं

उसकी खुशबू चंद ही मिनटों में बदल सी गयी

फिर हवा चली, पेड़ भी झूमे,

मस्त झूमे पतियों ने भी पक्षियों के साथ मिलकर खूब संगीत बनाया

मानो सारी फिज़ा में एक रुमानी सी छा गयी हो

दिल मे आया की कैसे बांध लूँ इन पलों को अपने तकिये से

और सो जायूँ उसपे सर रख कर

या पी लूँ इन बारिश की बूंदों को, और हमेशां के लिए अपना बना लूँ

फ़िर एक बिजली कौंधी, बादल गड़गड़ाय

और दिल खोल के बरसे

जैसे अपना सब कुछ लुटा रहे हों

जैसे पूरी धरती में बाँट रहें हों अपने को

जैसे सब की रुमानियत में ही उनकी रुहानियत भी छिपी हो

हुम्म्म, एक बड़ा गहरा राज़ खोल गए ये बादल आज

सिखा गए, की बांटने से ही तुम्हारी रुहानियत भी खिलेगी

यूँ तो सब अकेले, प्यासे भटक ही रहे हैं

तुम अपने हृदय के बादलों से

बस सब पर प्रेम की वर्षा कर दो

और फ़िर से एक बार इस धरती के ज़ख्मो को भर द

बरसो, खूब बरसो, तब तक बरसो

जब तक बारिश की एक बूँद भी तुम्हारे भीतर शेष है

रुको मत, डरो मत, अनन्त सागरों का जल तुम्हे भरने को तत्पर है

बरसो, खूब बरसो और प्रेम की गंगाओं को लबालब भर दो

क्योंकि, आज हमने फ़िर से एक कमाल का करिश्मा देखा |

More Words of Wisdom

“Knowing ourselves is the beginning of creating a joyful life”

STORIES & POEMS


Share To

“Whenever you start to pour your attention based on your intention that thing start to grow and manifest in your life”

Subscribe to our YouTube Channel

Copyright 2022 Saadho Sangha Foundation. All rights reserved. | Terms and Conditions | Copyrights | Privacy Policy

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो

Poems

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,

और परमात्मा तो अपने आप ही खिंचा चला आएगा 

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,

और ज्ञान का प्रकाश अपने आप ही तुम्हारे अंदर उज्वलिक होगा

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,

और जीवन का आनंद तुम्हारी आत्मा को रंग बिरंगा कर देगा

तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,

और प्रेम की गंगा तुम्हारे प्यासे कंठ को सदा के लिए अमृत से भर देगी

तुम सब, बस सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो ।

More Words of Wisdom

“Knowing ourselves is the beginning of creating a joyful life”


Share To

“Whenever you start to pour your attention based on your intention that thing start to grow and manifest in your life”

Subscribe to our YouTube Channel

Copyright 2022 Saadho Sangha Foundation. All rights reserved. | Terms and Conditions | Copyrights | Privacy Policy

आ बैठ मेरे पास कुछ बात करें ।

Poems

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

इस लम्हे की, और इसमें छिपे ब्रम्हाण्ड की

इस रहस्य की, और इसमें छिपे ज़ाहिर की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

इस आकार की, और इसमें छिपे निराकार की

इस हवा की, और इसमें आती उसकी ख़ुशबू की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

इस एक की, और इसमें छिपे अनेक की

इन गुणो की, और इनमें छिपे निर्गुण की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

इस नाद की, और इसमें छिपे अनाहद की

इस शोर की, और इसमें छिपी ख़ामोशी की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

कुछ तेरी, कुछ मेरी, और तेरी मेरी से बनी इस दुनिया की

इस प्रकट की, और इसमें छिपे अप्रकट की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

कुछ कही, कुछ अनकही

कुछ शब्दों की, और कुछ शब्दों से परे की

प्रेम की, प्रतीक्षा की, हसने की, गाने की

और कुछ मौन की

आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।

More Words of Wisdom

“Knowing ourselves is the beginning of creating a joyful life”


Share To

“Whenever you start to pour your attention based on your intention that thing start to grow and manifest in your life”

Subscribe to our YouTube Channel

Copyright 2022 Saadho Sangha Foundation. All rights reserved. | Terms and Conditions | Copyrights | Privacy Policy

ख़ामोशी

Poems

ख़ामोशी

हर आवाज़ के पीछे एक ख़ामोशी छुप्पी खड़ी है

तुम आवाज़ों को मत छोड़ना

बस आवाज़ों की लहरों पर तैरना सीख लो

यह आवाज़ें तुम्हे अपने आगोश मे लेकर

फिर से एक ख़ामोशी की दुनिया के दर्शन करा ही देगी

तुम आवाज़ों से मुक्त होने की जल्दी मत करना

बस तैरना जान लो, पीना सीख लो, और आवाज़ों की यात्रा पे निकलो

आवाज़ें तुम्हे कब से पुकार रही हैं

कब से तुम्हे अपने भीतर छुप्पी ख़ामोशी से मिलवाना चाह रही हैं

सुनो, और सुनो, बस सुनो

सुनो इन आवाज़ों में छुप्पी ख़ामोशी को

अपने भीतर और बाहर

बस यही एक मात्र सत्य है

यह ख़ामोशी, बस सुनो ||

More Words of Wisdom

“Knowing ourselves is the beginning of creating a joyful life”


Share To

“Whenever you start to pour your attention based on your intention that thing start to grow and manifest in your life”

Subscribe to our YouTube Channel

Copyright 2022 Saadho Sangha Foundation. All rights reserved. | Terms and Conditions | Copyrights | Privacy Policy

Mother of Universe

Poems

Mother of Universe

O Mother of the Universe,

To you I owe my life

O Mother of all life forms,

From you everything emerges,

and in you everything merges back

O Mother of all phenomenon,

Allow me to see all phenomenon as you alone

O Mother of all that there is,

Bless me to worship you endlessly

O Mother of the Universe

To you, I forever owe this life…

More Words of Wisdom

“Knowing ourselves is the beginning of creating a joyful life”


Share To

Subscribe to our YouTube Channel

“Whenever you start to pour your attention based on your intention that thing start to grow and manifest in your life”

Copyright 2022 Saadho Sangha Foundation. All rights reserved. | Terms and Conditions | Copyrights | Privacy Policy