आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा
आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा,
ख़ुश्क, प्यासी, तपती धरती के सीने मे,
अचानक पता नहीं कहाँ से कुछ बादलों ने,
ढ़ेर सारा बारिश का पानी उढ़ेल दिया…
आज हमने फिर से एक कमाल का करिश्मा देखा,
ख़ुश्क, प्यासी, तपती धरती के सीने मे,
अचानक पता नहीं कहाँ से कुछ बादलों ने,
ढ़ेर सारा बारिश का पानी उढ़ेल दिया…
तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,
और परमात्मा तो अपने आप ही खिंचा चला आएगा
तुम सब सदा यूँ ही मुस्कुराते रहो,
और ज्ञान का प्रकाश अपने आप ही तुम्हारे अंदर उज्वलिक होगा
आ बैठ मेरे पास, कुछ बात करें ।
इस लम्हे की, और इसमें छिपे ब्रम्हाण्ड की,
इस रहस्य की, और इसमें छिपे ज़ाहिर की …
हर आवाज़ के पीछे एक ख़ामोशी छुप्पी खड़ी है,
तुम आवाज़ों को मत छोड़ना,
बस आवाज़ों की लहरों पर तैरना सीख लो …
O Mother of the Universe,
To you I owe my life,
O Mother of all life forms,
From you everything emerges,
and in you everything merges back ..
यह कविता श्री अनीश की लिखी कुछ चुनिन्दा कृतियों में से एक है | उनकी हर एक कविता कुछ गहरे सन्देश अपने भीतर छुपाये हुए है | साधो !!!
यह कविता ‘संभावनाओं का संसार’ श्री अनीश की लिखी कुछ चुनिन्दा कृतियों में से एक है | उनकी हर एक कविता कुछ गहरे सन्देश अपने भीतर छुपाये हुए है…
Pages were white, though the ink was red,
The words were still alive,
There were some memories hidden in those words,
Dialogues were old but were still alive, pulsating …